🔴 पकड़े गये गिरोह के सदस्यों से एक ब्रेजा कार व कार के फर्जी दस्ताबेज किये जप्त।
🔴 उक्त गिरोह कार की नंबर प्लेट बदलकर फर्जी नंबर के दस्तावेज बनबाकर कार को गिरवी रखकर उसे मौका पाकर चोरी करके ले जाते थे।
🔴 इनके द्वारा इससे पूर्व थाना झॉसी रोड़ एवं जिला शिवपुरी में भी इसी प्रकार की वारदातों को अंजाम दिया है।
ग्वालियर। 06.06.2024। दिनांक 05.06.2024 को फरियादी धर्मेन्द्र जाटव निवासी सिद्धपुरा भितरवार ग्वालियर ने थाना भितरवार में रिपोर्ट लेख कराई कि पुष्पेन्द्र जाटव व जितेन्द्र जाटव द्वारा उसके पास एक ब्रेजा कार पर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर एवं उसके फर्जी दस्तावेज बनबाकर उसे 3,90,000/- रूपये में अनुबंध करवाकर गिरवी रखी थी। अनुबंध दिनांक की रात को ही पुष्पेन्द्र व जितेन्द्र उसके घर के बाहर से उनके द्वारा गिरवी रखी ब्रेजा कार में दूसरी चाबी से चोरी करके ले गये। उक्त रिपोर्ट पर से थाना भितरवार में दोनों आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। जिस पर से पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह,भापुसे द्वारा मामले की गंभीरता को देखते अति0 पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री निरंजन शर्मा को थाना भितरवार पुलिस से कार गिरवी रख कर उसे चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर उन्हे शीध्र पकड़ने हेतु निर्देशित किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशों के परिपालन में एसडीओपी भितरवार श्री जितेन्द्र नगाइच के कुशल मार्गदर्शन में इंचार्ज थाना प्रभारी भितरवार उनि0 चन्द्रशेखर कुशवाह द्वारा थाना बल की एक टीम को कार गिरवी रख कर उसे चोरी करने वाले गिरोह के पर्दाफाश कर उन्हे पकड़ने हेतु लगाया गया। दौराने विवेचना पुलिस टीम द्वारा जितेन्द्र जाटव निवासी हरी राम का पुरा भिण्ड एवं उसके अन्य साथी आशीष जाटव निवासी ग्राम लहचूरा, मालनपुर जिला भिण्ड को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गये दोनों आरोपियों से गिरवी रखी गयी ब्रेजा कार एवं फर्जी दस्तावेज जप्त किये गये। पकड़े गये दोनों आरोपियों से की गई पूछताछ में ज्ञात हुआ है कि इनके द्वारा इससे पूर्व थाना झॉसी रोड, घाटीगांव(मोटर साइकिल गिरवी रखकर कर चोरी)़ एवं जिला शिवपुरी में भी इसी प्रकार की वारदातों को अंजाम दिया है। उक्त प्रकरण में आरोपी पुष्पेन्द्र जाटव फरार है जिसको पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।
तरीका ए वारदातः- उक्त गिरोह कार की नंबर प्लेट बदलकर फर्जी नंबर के दस्तावेज बनवाते थे और रुपयों की जरूरत बताकर कार गिरवी रखकर उसे जीपीएस की मदद से ट्रेस करते थे और मौका लगते ही कार चोरी कर ले जाते थे। इसके बाद वह नंबर प्लेट बदल देते थे।
जप्त मशरूका: एक ब्रेजा कार कीमती करीबन दस लाख रुपये।