ग्वालियर। 09.10.2024। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर प्रदेश के समस्त जिलों में ’मैं हूँ अभिमन्यु’ अभियान चलाया जा रहा है। दिनांक 03.10.2024 से शुरू हुआ यह अभियान 12 अक्टूबर तक चलेगा और इसी के अनुक्रम में ग्वालियर पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राकेश कुमार सगर,भापुसे के निर्देश पर तथा नोडल अधिकारी अति. पुलिस अधीक्षक(मध्य) श्री अखिलेश रैनवाल के मार्गदर्शन में स्कूल/कॉलेज, कोचिंग संस्थान तथा सार्वजनिक स्थानों पर ’मैं हूँ अभिमन्यु’ अभियान चलाया जा रहा है।
मध्यप्रदेश पुलिस की महिला सुरक्षा शाखा द्वारा प्रत्येक ज़िले में महिलाओं की सुरक्षा व समानता तथा पुरुष वर्ग में नारी के प्रति सम्मान का भाव बढ़ाने के उद्देश्य से ’मैं हूँ अभिमन्यु’ अभियान प्रारंभ किया गया है। नव दुर्गा के नव दिनों में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर महिला सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से एसडीओपी बेहट श्री संतोष पटेल के द्वारा आज एमिटी यूनिवर्सिटी में उपस्थित छात्र-छात्राओं को महिला संबंधी तथा अन्य क़ानूनों से अवगत कराया जाकर कानून में दिये गये उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। उन्होने छात्र-छात्राओं को नशा न करने, दहेज प्रथा का विरोध करने, भ्रूण हत्या पर रोक लगाने, समाज में लिंग भेद के प्रति जागरूकता लाने, रूढ़िवादिता को मिटाने जैसी सामाजिक बुराइयों के बारे में भी बताया और उन्हे अभियान से संबंधित पोस्टर भी वितरित किये गये।
कार्यक्रम में पुलिस अधिकारी के सामने अपनी बात रखते हुए स्टूडेंट ने बताया कि महिलाओं को किसी जानवर से खतरा नहीं बल्कि इंसान से ही है तो फिर ऐसे शैतानों का परमानेंट इलाज होना चाहिए। ग्वालियर के एमीटी विश्वविद्यालय में मैं हूँ अभिमन्यु अभियान के तहत चित्रकला व भाषण प्रतियोगिता रखी गई। कार्यक्रम में महिला सुरक्षा पर एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पेंटिंग बनाई और भाषण के माध्यम से रखे विचार। पुलिस में टॉप तीन विद्यार्थियों को इनाम भी दिया।
कार्यक्रम में छात्रा आँचल परिहार बीए मास कम्युनिकेशन को प्रथम इनाम दिया गया जिसने अपने भाषण में बोला कि नारी की सुरक्षा क्यों ज़रूरी है क्योंकि नारी के बारे में घर से ही सोच कमजोर होती है कि तुम लड़की हो रात में बाहर मत जाओ अगर लड़कों को रात में बाहर सिगरेट पीने शराब पीने नहीं जाने देंगे तो अपराध ही नहीं होंगे। सबसे पहले परिवार को ही सुधरना पड़ेगा। दूसरा स्थान छात्र श्याम सुंदर को मिला जिन्होंने तात्कालिक भाषण में बताया कि अगर एक स्त्री के प्रति ग़लत सोच रखते हैं तो हम मानव नहीं बल्कि दानव हैं तथा छात्रा हानिका गुप्ता ने चित्रकला के माध्यम से महिलाओं के इमोशन को उतारा जिसमें सुख दुख में नारी के भाव उकेरे थे। कार्यक्रम में एसडीओपी बेहट श्री संतोष पटेल ने सभी को सम्मानित किया। इस अवसर पर थाना प्रभारी महाराजपुरा निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव उपस्थित रहे।